२०२४ में शेयर मार्केट कैसे सीखें और पैसे कैसे कमाएँ? जानिए हिंदी में - Learn Share Market In Hindi
नमस्कार दोस्तों, एक और बढ़िया ब्लॉग में आपका स्वागत है। आज मैं बात करने वाला हूँ कि आप २०२४ में शेयर बाजार कैसे सीख सकते हैं और आप भी शेयर बाजार से पैसे कमा सकते हैं! तो आपको मैं आज स्टेप by स्टेप कुछ ऐसे आईडियास बताऊंगा जिसे आप भी डेली शेयर बाजार से अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं और आप भी शेयर बाजार कैसे काम करता है उसके बारे में जान सकते हैं। तो चलिए, मैं धीरे-धीरे सब बताने की कोशिश करता हूँ।
पर उससे पहले आपको बता दूं कि मैं कोई SEBI रजिस्टर्ड रिसर्च अनालिस्ट नहीं हूँ, मैं एक सीधा साधा ट्रेडर हूँ जो करीब करीब २०१७ से शेयर मार्केट को देखता और ट्रेडिंग करता रहा हूँ। मैं आपको कुछ ऐसा बताने वाला हूँ जो अगर आप इस फील्ड में नए हों तो बहुत काम आएगा और आप भी शेयर मार्केट के बारे में सीख सकते हैं। मैं आपको यंत्र डे में ट्रेडिंग कैसे होता है वो भी सिखाने वाला हूँ। तो अगर आप यह सोच रहे हैं कि इस ब्लॉग को पढ़कर आप एक अच्छे ट्रेडर बन जाएंगे तो ये गलत फहमी में न रहें और सीखने के लिए और कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार रहें।
शेयर बाजार क्या है? उसमे व्यापार और निवेश क्या है ? (What is share market and how trading and investment are done in share market)
शेयर बाज़ार एक ऐसा वित्तीय संस्थान है जो कंपनियों के शेयरों की खरीद-बिक्री का मंच प्रदान करता है। यहाँ पर निवेशकों को विभिन्न कंपनियों के शेयर्स में निवेश करने का अवसर मिलता है। शेयर बाज़ार का संचालन स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से होता है, जहाँ प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट दो प्रमुख अंग होते हैं।
प्राइमरी मार्केट:
इसमें कंपनियां अपने शेयरों को पहली बार बाज़ार में लाती हैं। यहाँ पर इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के माध्यम से नए शेयर जारी किए जाते हैं और निवेशकों को शेयर खरीदने का अवसर मिलता है। इसके माध्यम से कंपनियां नए पूंजी का जुटाव कर सकती हैं और विकास के लिए नए प्रोजेक्ट्स को संभाल सकती हैं।
सेकेंडरी मार्केट:
इसमें पहले से बाज़ार में मौजूद कंपनियों के शेयरों की ट्रेडिंग होती है। यहाँ पर निवेशकों को शेयर खरीदने और बेचने का मंच मिलता है। निवेशक अपने शेयरों को बेचकर या खरीदकर निवेश के लाभ की भरपाई कर सकते हैं।
शेयर बाज़ार के इन दो मार्केट्स में निवेशकों को अपने निवेश के लिए उच्च लाभ की संभावना मिलती है, लेकिन इसमें निवेश करने से पहले वे बाज़ार की समझदारी और शेयर मार्केट के नियमों को ध्यान में रखना चाहिए।
शेयर बाज़ार विश्वासनीयता, लाभांश और संभावनाओं का भंडार होता है, लेकिन यहाँ निवेश करने से पहले विश्वासनीय और प्रमुख शेयर ब्रोकर की सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है। निवेश के नियमों को समझने के बाद ही सही निवेश का निर्णय लेना चाहिए ताकि निवेशकों को अच्छे लाभ की प्राप्ति हो सके।
शेयर बाज़ार के माध्यम से निवेशकों को वित्तीय निवेश में बेहतरीन अवसर मिलते हैं, लेकिन समझदारी और धैर्य से ही यहाँ निवेश करना चाहिए। निवेश में अपनी सावधानी बरतते हुए और शेयर बाज़ार की गहरी समझ प्राप्त करते हुए निवेशक अच्छे लाभ की प्राप्ति कर सकते हैं।
डीमैट और ट्रेडिंग खाता खाता क्या है और डीमैट और ट्रेडिंग खाता कैसे खोलें? (What is demate and Trading account ? how to open account ?)
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट: जानिए फर्क
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ये अकाउंट निवेशकों को शेयर बाजार में अपनी वित्तीय स्थिति को सुरक्षित रखने के लिए मदद करते हैं। लेकिन इन दोनों अकाउंटों में कुछ महत्वपूर्ण फर्क होते हैं।
डीमैट अकाउंट:
डीमैट अकाउंट वह स्थान होता है जहां आप अपने शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में स्टोर कर सकते हैं। यह अकाउंट आपके शेयरों को डिमैटिरियलाइज्ड करता है, जिससे आप उन्हें फिजिकल फॉर्म में नहीं रखने के बजाय इलेक्ट्रॉनिक रूप से संभाल सकते हैं। इसके लिए आपको एक डीमैट नंबर दिया जाता है जो आपके शेयरों की ट्रेडिंग में सहायक होता है। आप डीमैट अकाउंट में ज़ीरो बैलेंस के साथ भी खाता खोल सकते हैं।
DHAN OPTION ME ACCOUNTS OPEN KARE
ट्रेडिंग अकाउंट:
ट्रेडिंग अकाउंट उस स्थान को दर्शाता है जहां आप शेयरों में निवेश करते हैं और उन्हें ट्रेड करते हैं। यह अकाउंट आपको ट्रेडिंग के लिए विभिन्न वित्तीय साधनों का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करता है, जैसे कि आप ट्रेडिंग विशेषज्ञों से सलाह ले सकते हैं और विभिन्न ट्रेडिंग ऑर्डर्स को प्लेस कर सकते हैं।
फर्कों का सारांश:
1. स्वरूप: डीमैट अकाउंट शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में स्टोर करता है, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट शेयरों की ट्रेडिंग को संभालता है।
2. कार्य: डीमैट अकाउंट फिजिकल शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदलता है, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट निवेशकों को ट्रेडिंग से संबंधित कार्य करने में मदद करता है।
3. चार्ज: डीमैट अकाउंट पर इन्वेस्टर्स को सालाना चार्ज देना होता है, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट आमतौर पर फ्री होता है लेकिन चार्ज कंपनी पर निर्भर करता है।
इसलिए, डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों ही शेयर बाजार में निवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं, और निवेशकों को इन अकाउंटों के बारे में गहराई से समझना चाहिए ताकि वे सही निवेश के फैसले ले सकें।